BIJAPUR. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा में दो बड़े नक्सल मुठभेड़ के बाद 50 नक्सलियों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर सरेंडर कर दिया। नक्सलियों ने DIG, CRPF और अन्य पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 11 नक्सलियों पर 68 लाख रुपये का इनाम घोषित है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन तय किए जाने और एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सली संगठन बैकफुट पर है। मुठभेड़ में नक्सल संगठन के कैडर मारे जा रहे हैं, जिससे दहशत का माहौल है। मरने के डर नक्सली अब खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं।
बता दें कि बीजापुर जिले में ऐसा पहली बार है कि 50 नक्सली एक साथ आत्मसमर्पण किए हैं। आत्मसमर्पण करने पहुंचे नक्सलियों पर कुल 68 लाख का इनाम भी बताया जा रहा है। इससे पहले सुकमा जिले में एक साथ 49 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। उस समय तत्कालीन एसपी सुनील शर्मा के सामने नक्सली परिवार के साथ पहुंचे थे। अभी बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस कैंप खोले जाने और बीहड़ों में सर्चिंग ऑपरेशन तेज होने से नक्सल संगठन की मुश्किलें बढ़ गई है। एंटी नक्सल ऑपरेशन में माओवादी संगठन को भारी नुकसान भी हो रहा है।
63 मुठभेड़ में 333 नक्सली मारे जा चुके
29 मार्च को सुकमा जिले के गोगुंडा की पहाड़ी पर जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 17 नक्सलियों को मार गिराया था। वहीं मुठभेड़ में दो जवानों को मामूली चोटें आई, जिनका उपचार रायपुर के अस्पताल में चल रहा है। घटनास्थल से आधुनिक हथियार भी बरामद हुए हैं। इससे पहले गरियाबंद, बीजापुर और बस्तर में मुठभेड़ में नक्सली मारे जा चुके हैं, जिसमें कई हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद अब तक 63 मुठभेड़ में 333 नक्सलियों को अलग-अलग मुठभेड़ में जवानों ने ढेर कर दिया है।
नक्सल कमांडर जगदीश भी मारा गया था
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से 17 नक्सलियों के शव बरामद किया गया है। वहीं दो जवान घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। इस मुठभेड़ में नक्सल कमांडर जगदीश भी ढेर हुआ है। बता दें कि इससे पहले 20 मार्च को बीजापुर जिले में पुलिस ने मुठभेड़ में 26 नक्सलियों को मार गिराया था। कांकेर जिले में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी 4 नक्सली मारे गए थे। एक दिन में ही कुल 30 नक्सली मारे गए थे।