नई दिल्ली/चंडीगढ़. एजेंसी।
हरियाणा में सियासी हलचल के बीच मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं खट्टर के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें बीजेपी ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा दी है। इस बैठक में सीएम पद के लिए नायब सिंह सैनी (Nayab Singh) के नाम पर मुहर लगाई गई है। नायब सैनी आज शाम 5 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि नायब सिंह सैनी अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से ताल्लुकात रखते हैं और वो हरियाणा बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से सांसद भी हैं। 2014 से 2019 तक विधायक रहे। साथ ही 2015 से 2019 तक हरियाणा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। नायब सिंह को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का खास भी समझा जाता है। 2019 में कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर नायब सिंह संसद पहुंचे थे।
JJP और भाजपा का गठबंधन टूटा
सैनी को पिछले साल अक्टूबर में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। जननायक जनता पार्टी (JJP) और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को मंगलवार सुबह इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री शामिल थे। इसमें उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य थे। दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत की थी।
हरियाणा में BJP के पास 41 विधायक
भाजपा की हरियाणा इकाई के नेताओं का एक बड़ा वर्ग जजपा के साथ गठबंधन का विरोध कर रहा था। इसके बाद तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में आज मुख्यमंत्री खट्टर ने इस्तीफा दे दिया और फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गई। वर्तमान में 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक और जजपा के 10 विधायक हैं। इस गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है।