नई दिल्ली। भारत सरकार ने स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले पुलिस मेडल की घोषणा की है। देश के 954 पुलिस कर्मियों को यह मेडल दिए गए हैं। जारी सूची में छत्तीसगढ़ के 34 अधिकारी और पुलिसकर्मियों को यह सम्मान मिला है। 230 वीरता पुरस्कारों में अधिकांश 125 वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर्मियों को दिया गया है। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के 71 कर्मियों और उत्तर पूर्व क्षेत्र के 11 कर्मियों को उनकी वीरता के लिए सम्मान मिला है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, 230 कर्मियों को वीरता के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा जिसमें राष्ट्रपति पुलिस पदक भी होगा। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में 28 सीआरपीएफ से, 33 महाराष्ट्र से, 55 जम्मू-कश्मीर पुलिस से, 24 छत्तीसगढ़ से, 22 तेलंगाना से और 18 आंध्र प्रदेश सहित शेष अन्य राज्यों हैं। राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा मेडल दंतेवाड़ा के डीआईजी कमलोचन कश्यप को चुना गया है। छत्तीसगढ़ के 24 पुलिसकर्मी और अधिकारियों को वीरता मेडल और 10 पुलिस कर्मचारी-अधिकारियों को सराहनीय सेवा मेडल से नवाजा गया है।
छत्तीसगढ़ में इन्हें सराहनीय सेवा का मेडल
डीआईजी नेहा चंपावत, कमांडेंट सर्जन राम भगत, एएसपी भावना पांडे, सब इंस्पेक्टर गणपत प्रसाद पांडे, कंपनी कमांडर तेलेश्पर मिंज, असिस्टेंट कमांडेंट राजेश कुमार शर्मा, प्लाटून कमांडर ठकबहादुर सोनी, हेड कांस्टेबल वेद कुमार मंडावी, कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह, कमांडेंट प्रकाश टोप्पो।
छत्तीसगढ़ में इन्हें वीरता पुरस्कार सम्मान
इंस्पेक्टर लक्ष्मण केवट, आईपीएस मोहित गर्ग, एसआई पीलूराम मंडावी, एएसआई जोगीराम पोडियम, हेड कांस्टेबल हिड़मा पोडियम, प्रमोद कटियाम बलराम कश्यप, बीजूराम माज्जी, बुधराम हपका, लक्ष्मी नारायण मारपल्ली, मंगलू कुडियाम, शेर बहादुर सिंह ठाकुर, छत्रपाल साहू, एएसआई सुरेश जब्बा, हेड कांस्टेबल सुशील जेटी, बर्दी धर्मिया, मंगलू कोसवासी, मुकेश कमलु, रमेश पेरे, अरुण मरकाम, मनोज मिश्रा, लछिंदर कुरूद, नीलांबर भोई, अजय बघेल शामिल हैं।