23.1 C
Raipur
Tuesday, December 3, 2024

शिमला मंदिर हादसाः 14 शव बरामद, 10 अब भी लापता, हिमाचल के CM सुखविंदर से छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश ने की बात

रायपुर/शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के समरहिल में भूस्खलन से जमींदोज हुए शिव बावड़ी मंदिर में लापता हुए लोगों की सर्चिंग जारी है। हादसे के चौथे दिन गुरुवार की सुबह सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड सहित स्थानीय लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। गुरुवार को सुबह एक और शव बरामद हुआ है। इस हादसे में अब तक 14 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि एक शव की सिर्फ हाथ ही मिला है। भूस्खलन की वजह से 10 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल में 22 अगस्त तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इधर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात की।

मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की सुबह प्रोफेसर पीएल शर्मा का शव मिला। वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में गणित विभाग के विभागाध्यक्ष थे। उनकी पत्नी का शव दो दिन पहले मिल चुका है। उनका बेटा अभी भी लापता है। रेस्क्यू ऑपरेशन शिव मंदिर से 400 मीटर नीचे चलाया जा रहा है। पिछले 74 घंटे से चल रहे रेस्क्यू चल रहा है। ऑपरेशन में तेज़ी लाने के लिए अंबाला से सेना का छोटा जेसीबी रोबोट को यहां पर मलबा हटाने के लिए लाया गया है। अभी भी मलबे में 10 और लोगों के दबे होने की आशंका है। इस हादसे में अब तक मंदिर के पुजारी सहित 14 लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि एक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। शिमला पुलिस ने कहा है कि हादसों के बाद जिनके परिजन लापता हैं, वे पुलिस को इसकी सूचना दें, ताकि रेस्क्यू शुरू किया जा सके।

घटना स्थल पर तबाही का मंजर
बता दें कि 14 अगस्त की सुबह भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आने से शिव बावड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया था। भूस्खलन इतना खौफनाक था कि मंदिर पूरा पहाड़ी पत्थरों व मिट्टी में दब गया। मंदिर में मौजूद दो दर्जन से अधिक लोगों को बच निकलने का समय तक नहीं मिला। भूस्खलन के बाद घटनास्थल पर तबाही का मंजर है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया था।

10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
शिमला में लगातार बारिश से हालात बेहद बिगड़े हुए हैं। कई जगहों पर ब्लैक आउट हो गया है। भूस्खलन से तबाही के बीच शिमला के सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों को बंद किया गया है। शिमला शहरी और शिमला ग्रामीण के उमण्डलाधिकारियों की ओर से अधिसूचना जारी हुई है। 14 और 15 अगस्त को शिमला शहर में भूस्खलन की तीन घटनाओं में 21 लोग मारे गए। कृष्णानगर इलाके में स्लाटर हाउस समेत 5 घर जमीदोंज हुए। वहीं सोलन में बादल फटने और भूस्खलन से 7 लोगों की मौत हुई थी। लैंडस्लाइट होने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में 10 हज़ार करोड़ के नुकसान की बात कही है।

आपदा के इस वक्त आपके साथ खड़े
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात कर वहां की त्रासदी के संबंध में किये जा रहे राहत कार्यों के लिए एकजुटता दिखाई। बघेल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा के चलते कठिन वक्त से गुजर रहा है। इस त्रासदी में सभी देशवासी हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ खड़े हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि देवभूमि के लोग प्राकृतिक आपदा के चलते कठिन स्थिति से गुजर रहे हैं। आपदा बहुत बड़े स्तर की है और देशवासियों की सामूहिक एकजुटता से इस आपदा से निपटेंगे। इससे बाहर आने और सामान्य स्थिति बहाली के लिए आपके द्वारा किये जा रहे हर आवश्यक प्रयास में हम आपके साथ खड़े हैं।

Latest news
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here