रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनदर्शन, बिजली बिल बढ़ोतरी, गौ तस्करी, धान उठाव में देरी, कानून व्यवस्था, नामकरण जैसे मुद्दों पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने साय सरकार के जनदर्शन पर कटाक्ष किया है। बघेल ने कहा कि पहले ही जनदर्शन से प्रदेश में सरकार कैसे चल रही है, इसका रुझान सामने आ गया है। सत्ताधारी दल के विधायक पर पैसे लेने का आरोप लग रहा है, आईपीएस के परिजनों की शिकायत आ रही है। जनदर्शन तो छोड़िए प्रदेशभर में कानून व्यवस्था किस हाल में है यह पेंड्रा की घटना से समझा जा सकता है। संरक्षित सिरपुर में जेसीबी से खुदाई की जा रही है। कीमती मूर्तियों की चोरी हो रही है। सरकार नाम की चीज ही गायब हो गई है।
छत्तीसगढ़ में गौ तस्करी मामले में सियासत गर्म है। बजरंग दल के प्रदर्शन के बाद अब विपक्ष ने इस मामले में सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल का आरोप है कि सत्ता और उससे जुड़े बजरंग दल, विहिप के बीच टकराव नजर आ रहा है। तस्करी का खेल मिलीभगत से हो रहा है। गोठानों की योजना को बंद कर दिए। गायों की तस्करी के मामले बढ़े हैं। इस पर सरकार फेल नजर आ रही है। इसकी निष्पक्ष जांच की जाएगी तो लेन-देन का मामला उजागर होगा। भूपेश ने कहा कि विधानसभा के सामने से यदि चंदन के पेड़ सुरक्षित नहीं हैं, चोर उन्हें विधानसभा के सामने से काट कर ले जा रहे हैं तो इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार कैसी चल रही होगी। चाहे NEET हो या UGC-NET हो या CGTET हो, भाजपा की सरकार परीक्षाएं भी ठीक से नहीं करवा पा रही है।
बिल नहीं बिजली हॉफ जरूर हो गई
बिजली बिल की बढ़ोत्तरी पर मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली बिल माफ तो नहीं हुआ, लेकिन बिजली हॉफ जरूर हो गई है। बिजली कटौती सांय-सांय चल रही है और बिल आंय-बाय आ रहा है। प्रदेश में लोग अघोषित कटौती से परेशान हैं। किसान बेहद परेशान हैं। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेशभर से यह ऐसी जानकारी आ रही है कि लाखों क्विंटल धान का उठाव नहीं हुआ है। सोसायटी में शार्टेज का आरोप कर्मचारियों पर लग रहा है। कर्मचारियों को धमकी दी जा रही है। सरकार की गलती की सजा कर्मचारियों को आखिर क्यों ?
मानसून सत्र छोटा रखने पर सवाल
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मॉनसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा, लेकिन सत्र से पहले ही सियायत शुरू हो गई है. विपक्ष ने सत्र छोटा रखने पर सवाल उठाया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि जब कांग्रेस सरकार थी तो भाजपा छोटे सत्र को लेकर हंगामा करती थी। अब 5 दिन की बैठक रखकर सत्र चलाना चाहती है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के पास मुद्दे तैयार हैं। प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और कानून व्यवस्था बची नहीं है, मानसून देरी से आया है फिर भी खाद-बीज की कोई व्यवस्था नहीं है तो इन सभी बातों को विधानसभा में उठाएंगे।
खूबचंद का नाम योजना से हटाना गलत
छत्तीसगढ़ में नामकरण का मुद्दा भी गर्मा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजनाओं के नाम बदले जाने पर साय सरकार पर निशाना साधा है। बघेल ने कहा कि डॉ. खूबचन्द बघेल के नाम को योजना से हटाना अनुचित है। छत्तीसगढ़ के महापुरुषों में से वे एक हैं। इसी तरह स्वामी आत्मानंद के नाम को भी हटाने की कोशिश हो रही है। साय सरकार की यह अच्छी राजनीति नहीं है। बता दें कि डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का नाम बदलकर अब उसे शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना कर दिया गया है।
लोकसभा चुनाव में हार की होगी समीक्षा
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर कल से समीक्षा बैठक की शुरुआत होने जा रही है। कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय नेताओं की कमेटी बनी है। कमेटी के संयोजक मोइली रायपुर आ रहे हैं। 5 संभागों की अलग-अलग बैठक कर समीक्षा होगी। विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा होगी। पार्टी नेताओं की भविष्य की रणनीति पर भी मंथन किया जाएगा।