रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की लगातार कार्रवाई जारी है। सोमवार को ACB-EOW ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के प्रभारी एसडीओ को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गोठान का बिल पास करने के एवज में आरोपी ने 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। आज ही ग्राम पंचायत डोमा के पंचायत सचिव और सरपंच को ACB-EOW ने 18 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया है।
ACB-EOW की टीम ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के प्रभारी SDO सौरभ ताम्रकार को 30 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसने गौठान का बिल पास करने के एवज में ग्राम पंचायत मोहलाई के सरपंच जगन्नाथ वर्मा से रिश्वत की मांग की थी। सरपंच रिश्वत नहीं देना चाहता था। उन्होंने इसकी शिकायत ACB में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रैप किया और आरोपी सौरभ ताम्रकार को गिरफ्तार किया। आरोपी के विरुद्ध पीसीएक्ट की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पंचायत से NOC देने मांगे 18 हजार रुपये
एसीबी की टीम ने 18 हजार रुपये की रिश्वत लेते सरपंच और सचिव को गिरफ्तार किया है। दोनों ने बैंक लोन के लिए पंचायत से एनओसी और नक्शा देने के लिए प्रार्थी से रिश्वत की मांग की थी। प्रार्थी लुकेश कुमार बघेल संतोषी नगर रायपुर का रहने वाला है। उसने ACB रायपुर कार्यालय में शिकायत की थी। उन्होंने एसीबी को बताया कि ग्राम डोमा तहसील व जिला रायपुर में उसकी जमीन है। जिस पर आवास बनाने बैंक से लोन लेना है। पंचायत से एनओसी और नक्शा की आवश्यकता थी। प्रार्थी ने सचिव धर्मेंद्र कुमार साहू से संपर्क किया तो पंचायत सचिव ने प्रार्थी को आवेदन व अन्य दस्तावेज कार्यालय में जमा करने कहा। साथ ही 18 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रैप आयोजित कर सरपंच देवसिंह बघेल और सचिव धर्मेंद्र कुमार साहू को 18 हजार के साथ गिरफ्तार किया।