BALRAMPUR. न्यूजअप इंडिया.कॉम
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। कंठी घाट चांदो में बारातियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर 50 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है, जिसमें एक बच्ची, युवक और एक महिला शामिल है। वहीं बस में सवार 25 से ज्यादा लोगों के होने की खबर है। हादसे में 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में 50 से 55 लोगों के सवार होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बस शंकरगढ़ से झारखंड बारात लेकर जा रही थी। इसी दौरान कंठी घाट के पास बस में कुछ खराबी आ गई। घाट से उतरते वक्त ड्राइवर बस को नियंत्रित नहीं कर पाया और वह गहरी खाई में पलट गई। हादसे की सूचना मिलते ही चांदो पुलिस और 108 एंबुलेंस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। हादसे से शादी की खुशियां मातम में बदल गई। घायलों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा देने के निर्देश दिए गए है।
7 गंभीर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किए गए
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बस हादसे में घायल मुसाफिरों को तत्काल चांदो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल 7 लोगों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। अन्य घायलों का इलाज जिला अस्पताल बलरामपुर में जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही बलरामपुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा अस्पताल पहुंचे और घायलों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने डाक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिला प्रशासन के अफसरों को परिवार को हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए हैं।
कंडम स्थिति में बस की हालत, फिटनेस पर संदेह
बताया जाता है कि बलरामपुर के कंठी घाट रोड निर्माण कार्य और घाट कटिंग का कार्य बीते कई वर्षों से चल रहा है। यह निर्माण काम बहुत धीमा चल रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक जिस बस से बारात लेकर जा रहे थे, उस बस की स्थिति भी काफी खराब थी। कंडम बस से राहगीरों को ले जाया जा रहा था। बस का शायद फिटनेस भी सही नहीं रहा होगा। यही कारण है कि इतनी बड़ी घटना हो गई। तीन दिन पहले भी रायपुर जिले के खरोरा के पास सरगांव में हादसा हुआ था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद मालवाहकों की सघन जांच भी चल रही है। बावजूद हादसे कम नहीं हो रहे हैं।