रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जादुए आंकड़ों को पार कर बड़ी जीत को ओर बढ़ गई है। तमाम दावो और बाधाओं को दरकिनार करते हुए छत्तीसगढ़ में सरकार बनाती नजर आ रही है। चुनाव से छह महीने पहले कांग्रेस से कोसों दूर नजर आ रही भाजपा ने आखिर इन महीनों में ऐसा क्या किया, जिससे सत्ता की दौड़ में फर्राटा फरते हुए कांग्रेस से आगे निकल गई। राजनीतिक जानकारों का स्पष्ट कहना है कि मौदी का मैजिक काम कर गया। प्रदेश की आधी आबादी को प्रभावित करने वाली ‘महतारी वंदन योजना’ और ‘मोदी की गारंटी’ ने बाजी पलट दिया।
भाजपा ने महतारी वंदन योजना के जरिए छत्तीसगढ़ में ऐसा चुनावी तुरुप का पत्ता फेंका था, जिसका तोड़ कांग्रेस निकाल नहीं पाई। कांग्रेस ने भी गृह लक्ष्मी योजना की घोषणा की, तब महतारी वंदन योजना ने काम कर दिया था। महिला सशक्तिकरण के नाम पर भाजपा ने विवाहित महिलाओं को प्रति माह हजार रुपये देने का वायदा किया है। यही नहीं पार्टी ने एक कदम आगे जाते हुए चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर महिलाओं से फार्म भी भरवाना शुरू कर दिया। भाजपा ने अपने इस योजना के जरिए कांग्रेस को नींद से जगा दिया, लेकिन जब कांग्रेस ने बड़ी घोषणा करते हुए 15 हजार देने का वादा किया, तब बहुत देर हो चुकी थी। विश्लेषकों का मानना है कि इस योजना ने प्रदेश की आधी आबादी को बहुत हद तक प्रभावित किया। 500 रुपये में गैस सिलेंडर के वादे ने कांग्रेस को चारो खाने चित्त कर दिया।
21 क्विंटल धान, बोनस और एकमुश्त राशि
भाजपा महतारी वंदन योजना तक ही नहीं रुकी। भाजपा इसके अलावा ‘मोदी की गारंटी’ लेकर आई। भाजपा ने छत्तीसगढ़ की जनता से 20 वादे किए गए हैं। महिलाओं के बाद किसानों की बारी थी, जिसमें उनसे वादा किया गया है कि कृषि उन्नति योजना के तहत 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों से धान की खरीद की जाएगी। कांग्रेस ने 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद का वादा किया था तो बीजेपी ने 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद का वादा किया। इसके साथ ही पूरा भुगतान एकमुश्त हर पंचायत में काउंटर के जरिए करने का वादा किया। यही नहीं भाजपा ने पिछले कार्यकाल की बड़ी गलती को सुधारते हुए शेष रह गए दो साल के बोनस को देने का वादा कर किसानों के मन से अपने प्रति आए मलाल को दूर कर दिया। कांग्रेस के भरोसे पर मोदी की गारंटी भारी पड़ गई।
पीएससी घोटाला से युवा हुए कांग्रेस से नाराज
भाजपा ने गरीबों के घर का सपना पूरा करने का भरोसा दिया। घर से वंचित लोगों को 18 लाख प्रधानमंत्री आवास देने का वादा करते हुए पहली कैबिनेट की बैठक में राशि आवंटन का वादा किया। समाज के अलग-अलग वर्ग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग वायदे किए गए, जिसमें दीनदयाल उपाध्याय कृषि मजदूर कल्याण योजना, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ पीएससी में पारदर्शिता, छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना, स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर), इनोवेशन हब, बीपीएल बालिकाओं के जन्म पर रानी दुर्गावती योजना के तहत 1.50 लाख रुपये का आश्वासन प्रमाण पत्र, कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को मासिक ट्रेवल एलाउंस, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति जैसे वायदे किए। पीएससी घोटाले पर युवाओं का आक्रोश भी इस चुनाव में कांग्रेस पर भारी पड़ा है।