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Wednesday, February 5, 2025

‘मलाई चाटकर खुद को बता रहे अनपढ़’, भाजपा ने पोस्टर जारी कर लिखा- चोर की दाढ़ी में तिनका, ED से बचना मतलब दाल में बहुत कुछ काला है…

रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में हुए 2160 करोड़ के शराब घोटाला फिर सुर्खियों में है। साल-2024 के आखिरी दिनों में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनका बेटे हरीश लखमा के घर में ईडी की दबिश से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। ईडी की रेड को कांग्रेस राजनीति प्रेरित बता रहा है, जबकि भाजपा इसे कांग्रेसियों को भ्रष्टाचार बता रहा है। ईडी ने पूछताछ के लिए कांग्रेस नेता कवासी लखमा दफ्तर बुलाया था, लेकिन वह नहीं आए। इस पर भाजपा ने फिर तंज कसा है।

छत्तीसगढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया पर पोस्टर शेयर करते हुए लिखा- ‘भूपेश के कुशासन में हुए 2000 करोड़ के शराब घोटाले में ईडी के पूछताछ में बुलाए जाने पर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा नहीं पहुंचे, उनका ईडी से बचना ये बताता है कि दाल में बहुत कुछ काला है…। शराब घोटाला मामले में ईडी की पूछताछ में कवासी लखमा सहयोग नहीं कर रहे हैं और मलाई चाटकर खुद को अनपढ़ बता रहे हैं। पोस्टर में चोर की दाड़ी में तिनका भी लिखा है…।

लखमा और उनके बेटे का मोबाइल ED के पास
बता दें कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के धरमपुरा, रायपुर स्थित बंगले और बेटे हरीश कवासी के सुकमा स्थित घर पर ईडी ने छापा मारा था। पूर्व मंत्री की कार को घर से बाहर निकालकर तलाशी ली गई थी। केवल कवासी लखमा और हरीश लखमा ही नहीं बल्कि कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित निवास और सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी ईडी ने छापा मारा था। छापेमारी के बाद ईडी की टीम कवासी और उनके बेटे का मोबाइल अपने साथ ले गई थी। सूत्रों के हवाले से अब खबर है कि ईडी ने अपनी ECIR में दावा किया है कि इस घोटाले में बतौर कमीशन हर महीने 50 लाख रुपये पूर्व मंत्री कवासी लखमा को भी मिलते थे।

रेड के बाद कवासी ने कहा था- मैं तो अनपढ़
पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने ईडी की कार्रवाई के बाद मीडिया से कहा था कि मैं तो अनपढ़ हूं…। अफसरों ने मुझे फंसा दिया। अधिकारियों ने जो कागज लाए उसमें दस्तखत करता रहा। अधिकारी ही कागज को पढ़ते-लिखते थे। पूरे मामले में अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। ईडी की रेड राजनीति से प्रेरित है। मैंने विधानसभा में बहुत से मुद्दे उठाए। विधानसभा में जब बड़ा घोटाला उजागर हुआ तो सरकार ने आनन-फानन में दबाव बनाया। भाजपा चुनाव को देखते हुए बदनाम करने की राजनीति कर रही है। मेरे घर सुबह से रात तक ईडी की कार्रवाई चली। एक भी कागज निवास से नहीं मिला है।

अनपढ़ थे तो मंत्री नहीं बनना थाः केदार कश्यप

ईडी की रेड के बाद कवासी लखमा की सफाई पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कवासी अनपढ़ है…. ये बात उन्हें ईडी रेड के बाद पता चल रही है। अनपढ़ वाले बयान पर मंत्री केदार कश्यप ने कवासी लखमा को घेरते हुए कहा कि अनपढ़ थे तो मंत्री बनने से इनकार कर देना था। कवासी लखमा बताएं, उन्हें मोहरा बनाकर किसने इस्तेमाल किया। आदिवासी झूठ नहीं बोलते, कवासी सच बोलकर दिखाएं। 2000 करोड़ के शराब घोटाले का असली चेहरा सामने लाएं।

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