कांकेर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजूर में भारतीय जनता पार्टी विश्वास जीत गया है। नगर पंचायत पखांजूर के अध्यक्ष पद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इसमें एक पार्षद को छोड़कर 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। कांग्रेसी अध्यक्ष बप्पा गांगुली की कार्यप्रणाली से नाराज पार्षदों ने उन्हें हटाने लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया था। वोटिंग के बाद भाजपा ने बहुमत से जीत हासिल की और मोनिका शाहा अध्यक्ष बनाई गईं।
बता दें कि नगर पंचायत पखांजूर में कुल 15 पार्षद हैं। इसमें पार्षद असीम राय की हत्या होने के बाद संख्या 14 बची। हत्या करवाने के आरोप में नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल पुलिस की अभिरक्षा (जेल) में बंद हैं। इसके बाद बाकी बचे 12 पार्षदों में से कुल 11 पार्षदों ने मतदान किया है। मतदान से स्थिति साफ है कि अध्यक्ष पद अब कांग्रेस के खाते से निकलकर भाजपा की झोली में जाने वाली है।
कांग्रेस नेता ने कराई थी BJP नेता की हत्या
नगर पंचायत पखांजूर में कांग्रेस पार्टी के बप्पा गांगुली अध्यक्ष थे। उनकी कार्यप्रणाली से नाराज पार्षदों ने गांगुली को हटाने को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया था। इसके बाद से पखांजूर में राजनीति गरमा गई थी और कुर्सी जाने के भय से बप्पा गांगुली ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर भाजपा नेता व पूर्व अध्यक्ष असीम राय को गोली मरवा कर हत्या करवा दी गई थी। इस हत्याकांड ने राजनीति में खलबली मचा दी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भाजपा के 9 और कांग्रेस के 6 पार्षद जीते थे
नगर पंचायत पखांजूर में 15 पार्षद हैं, जिसमें भाजपा के 9 और कांग्रेस के 6 पार्षद जीत कर आए थे। भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था, लेकिन 2 पार्षद भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे, जिसके बाद कांग्रेस के बप्पा गांगुली अध्यक्ष बने और मायारानी सरकार उपाध्यक्ष बन गई। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद कांग्रेस के पार्षद जो अध्यक्ष से नाराज चल रहे थे। उन्होंने भाजपा के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन प्रशासन को सौंपा था। असीमराय को भारी पड़ता देख उनकी हत्या करवा दी गई थीं।