भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई है। मादा चीते की लाश मिली है। मौत की वजह अभी सामने नहीं आई है। पार्क में अब तक 6 चीते और 3 शावकों की मौत हो चुकी है। कूनो में अब 14 चीते और एक शावक बचे हैं, जिसमें 7 नर, 6 मादा और 1 मादा शावक है। पार्क में मौजूद चीजों के स्वास्थ्य परीक्षण कूनो वन्यप्राणी चिकित्सक टीम और नामीबियाई विशेषज्ञ कर रहे हैं। लगातार चीतों की मौत से प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है। वहीं चीतों की मौत पर राजनीति भी शुरू हो गई। कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है।
वन विभाग की तरफ से बताया गया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बुधवार की सुबह एक मादा चीता धात्री (तिबलिश) मृत पाई गई। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम किया गया है। पार्क में लगातार चीतों की मौत होने के बाद अन्य चीतों को बड़े बाड़े में बंद कर दिया गया है। यह चीते नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर्स की देखरेख में हैं। पार्क में अब तक 6 चीतों के रेडियो कॉलर हटाए गए हैं। 4 नर और 3 मादा चीते को बाड़े में बंद किया है।
नेशनल पार्क में पीएम मोदी ने छोड़ा था चीता
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए 8 चीतों को जंगल में छोड़ा था। 12 चीता दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। एक मादा चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया था, जिसमें सभी शावकों की मौत हो गई है। 6 बड़े चीतों की मौत भी विभिन्न कारणों से हो गई है। इस तरह अब तक कुल 9 चीतों की मौत हो चुकी है। पार्क में अब 14 चीते बचे हैं। अब चीतों को लेकर माइक्रो मेडिकल की एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
राजहठ की भेंट चढ़ रहे हैं वन्यप्राणीः कमलनाथ
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत पर मध्य प्रदेश के पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया ट्विटर पर पीएम मोदी व भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मृत्यु का समाचार आया है। जब से प्रधानमंत्री ने चीतों को यहां छोड़ा है, तब से अब तक नौ चीतों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार लगातार इस बात पर अड़ी हुई है कि वह अन्य किसी जगह पर चीतों को नहीं बसाएगी। बेगुनाह वन्य प्राणियों को अपने राजहठ की भेंट चढ़ाना अत्यंत निंदनीय कृत्य है।