रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिरनपुर वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा, जो घटना घटी उस पर कार्रवाई हुई, चालान हुआ, मुआवजा भी दिया गया। उसके बावजूद इसे उठा रहे हैं। उनके पास मुद्दा नहीं है। वो केवल धमकी दे सकते हैं, इसके अलावा कर भी क्या सकते हैं। चुनी हुई सरकार को धमकी दी जा रही है। धमकी देने में अमित शाह की पीएचडी है। केंद्रीय एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होने दिल्ली जाने से पहले सीएम भूपेश ने कहा कि कांग्रेस की दूसरी सूची जल्द ही आएगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी संस्कृति को मानने वाले लोग हैं, कबीर को मानने वाले लोग हैं, गुरु घासीदास को मानने वाले लोग हैं, यहां भाईचारे की भाषा चलती है। यहां डिवाइड एंड रूल की यह योजना नहीं चलेगी। वो चाह रहे हैं कि अडानी के हाथ में छत्तीसगढ़ आ जाए, लेकिन उनके मनसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।
‘शाह 2018 के आरबीआई की रिपोर्ट देख लें’
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण का श्रेय अटल जी और विकास का श्रेय डॉ. रमन सिंह को देने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अमित शाह 2018 के आरबीआई की रिपोर्ट देख लें। जब डबल इंजन की सरकार थी, तब छत्तीसगढ़ में 40 लाख से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे थे, बल्कि आज नीति आयोग की रिपोर्ट में 40 लाख लोगों को गरीबी रेखा से बाहर आने की बात कही जाती है। नीति आयोग की रिपोर्ट में यह कहा गया है।