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Saturday, November 16, 2024

छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही स्थगित, अनुपूरक बजट पर गुरुवार को होगी चर्चा, किसान आत्महत्या पर विपक्ष ने यह कहा

रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोंक-झोंक हुई। विपक्ष के विधायकों ने कहा, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन उस बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है। विपक्षी नेताओं की टोका-टाकी के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पूरा किया, जिसके बाद कार्रवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सदन पटल पर दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया, जिस पर चर्चा अब गुरुवार को होगी। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अंग्रेजी को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि किसी को अंग्रेजी समझ नहीं आ रही है। इसलिए भाषण पढ़ा हुआ मान लिया जाए। विपक्षी नेताओं ने किसान आत्महत्या और बोनस के मुद्दे पर बात भी कहते रहे।

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अंग्रेजी में अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की छठवीं विधानसभा के प्रथम सत्र में आप सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूं। राज्यपाल अंग्रेजी में भाषण दे रहे थे। हालांकि हिंदी में भाषण की प्रति सभी विधायकों को बांटी जा चुकी थी। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि सदन में अंग्रेजी समझने वाले लोग कम हैं। हिंदी में अभिभाषण की प्रति सबके पास है, इसलिए इसे पढ़ा हुआ मान लिया जाए। राज्यपाल का भाषण चल रहा था, इसी बीच विपक्ष के सदस्यों ने सदन में किसान आत्महत्या और किसानों को दो साल का बोनस देने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए अपना भाषण जारी रखा।

जनता की उम्मीदों को पूरा करने जुट जाएंगे
राज्यपाल ने कहा कि आप सभी ने जनता और मतदाताओं का विश्वास जीतकर इस सदन में स्थान अर्जित किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए आप जी-जान से जुट जाएंगे। अपने मतदाताओं से किए हुए वादे निभाने के साथ ही छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए समुचित कदम उठाने की बहुत ही संवेदनशील जिम्मेदारी आप सभी के ऊपर रहेगी। सभी वर्गों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता होगी।

मंत्रिमंडल गठन को लेकर विपक्षी नेताओं का तंज
साय कैबिनेट में हो रही देरी को लेकर विपक्ष ने सरकार पर तंज कसा है। खरसिया से विधायक उमेश पटेल ने कहा, प्रदेश का किसान टकटकी लगाकर देख रहा है, लेकिन 10 दिन बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के 2 घंटे के भीतर ही किसानों के लिए अहम फैसले हुए थे। उमेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री साय सक्षम व्यक्ति हैं। अब तक वे मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पाए हैं। साय दिल्ली या नागपुर के रिमोट कंट्रोल के जरिए काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लोगों ने छत्तीसगढ़िया के लिए वोट किया है। इधर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने आप को सरकार मानकर चल रही है। उनके पूर्व मंत्री भी अपने आप को मंत्री मान रहे हैं। अभी भी वे होश में नहीं आए हैं कि सरकार चली गई है, भरोसा खत्म हो गया है। मूणत ने कहा, मोदी जी की गारंटी है वो 100 प्रतिशथ पूरा करेंगे।

रमन की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। आसंदी ने बजट पर पर चर्चा के लिए गुरुवार का दिन तय किया है। इसी के साथ कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 तक के लिए स्थगित कर दी गई। गुरुवार को ही राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा की जाएगी। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा के मीटिंग हॉल में हुई इस बैठक में सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, विधायक अजय चंद्राकर और कवासी लखमा मौजूद रहे।

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