रायपुर। छत्तीसगढ़ में पंजीकृत किसानों से खरीफ सीजन 2023-24 में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की खरीदी होगी। शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष में किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले साल 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी सरकार ने की थी। पिछले साल प्रति एकड़ 15 क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी हुई थी। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेशभर में खरीदी लिमिट बढ़ाने की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की है।
बता दें कि पिछले दिनों मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का उपार्जन, कृषक पंजीयन, बारदाना एवं वित्तीय व्यवस्था के संबंध में चर्चा हुई थी। बैठक में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष राज्य के किसानों से धान की खरीदी की जानी है। धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों को और अधिक मजबूत किए जाने पर जोर दिया जा रहा है।
प्रदेश में 24.96 लाख पंजीकृत किसान
प्रदेश में किसानों को धान बेचने की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उपार्जनों केंद्र की संख्या बढ़ाकर 2617 कर दी गई है। पिछले वर्ष प्रदेश के 24.96 लाख किसानों ने पंजीयन करवाया था। पिछले साल ढाई लाख नए किसानों का पंजीयन हुआ था और किसानों से रिकॉर्ड 107.53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। इस वर्ष भी किसानों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। राज्य सरकार द्वारा किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।
7.50 लाख गठान जूट बारदाने की जरूरत
खरीदी को ध्यान में रखते हुए बारदाने एवं खरीदी व्यवस्था दुरूस्त किए जा रहे हैं। धान खरीदी के अनुमानित लक्ष्य के अनुसार लगभग साढ़े सात लाख गठान जूट बारदाने की आवश्यकता होगी। इसमें 4.03 लाख नए और 3.43 लाख गठान पुराने बारदाने की जरूरत पड़ेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विपणन वर्ष 2023-24 में घोषणा के अनुरूप किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी। अनुमानित धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों में धान खरीदी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है।