रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन मामले में सस्पेंड किए गए तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार के बहाल होने पर साय सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- ‘एसपी और कलेक्टर को क्लीन चिट देने में सरकार को वक़्त नहीं लगा, लेकिन दर्जनों लोग बिना दोष जेल भेज दिए गए हैं, उनके बारे में सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।
बघेल ने कहा कि जो घटना स्थल पर थे, लेकिन भाजपा के सदस्य होने के कारण निर्दोष मान लिए गए हैं उन पर भी एक रिपोर्ट आनी चाहिए।’ बघेल के इस हमले के बाद राजनीतिक गलियारों में बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन की चर्चा भी शुरू हो गई है। बता दें कि बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन मामले में भिलाईनगर विधायक देवेंद्र यादव अभी जेल में हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने बलौदाबाजार जिले के पूर्व एसएसपी सदानंद कुमार और कलेक्टर केएल चौहान का निलंबन बहाल कर दिया है। सदानंद को जून 2024 में कलेक्ट्रेट में हिंसा और आगजनी के बाद कलेक्टर के साथ सस्पेंड किया गया था। करीब सात महीने बाद सरकार ने बलौदाबाजार के निलंबित कलेक्टर कुमार लाल चौहान को बहाल कर बिलासपुर संभाग का अतिरिक्त कमिश्नर के साथ ही राजस्व बोर्ड सचिव का चार्ज दिया है। सदानंद कुमार को पुलिस मुख्यालय में डीआईजी सशस्त्र बल और प्रशिक्षण की पोस्टिंग दी गई है। पोस्टिंग मिलने के बाद सदानंद ने पीएचक्यू में नया कार्यभार संभाल लिया है। सदानंद 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।