रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ की संगीत नगरी खैरागढ़ स्थित ऐतिहासिक इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री ममता चंद्राकर को राज्यपाल ने हटा दिया है। ममता की नियुक्ति के वक्त ही उनको लेकर कई सवाल उठ रहे थे, लेकिन अब उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बीआर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल दिया था, जिसके बाद कार्रवाई की गई है। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान भी कई कर्मचारियों के विद्रोह किए जाने की जानकारी मिली थी।
बता दें कि ममता चंद्राकर की नियुक्ति के बाद खैरागढ़ के निवासियों ने काली पट्टी बांधकर मशाल रैली निकाली थी। साथ ही ममता की नियुक्ति के विरोध में खैरागढ़ बंद कराकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान कर्मचारियों पर पार्टी विशेष के लिए चुनाव प्रचार करने का दबाव बनाने का भी आरोप उन पर लगाए गए थे। विवादों के बाद राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार ने आदेश जारी कर उन्हें पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
अफसरों ने बीआर यादव से मुलाकात की थी
ममता चंद्राकर की नियुक्ति को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बीआर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल दिया था। सूत्र बताते हैं कि राज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों ने सत्याग्रही रिटायर्ड शिक्षक बीआर यादव से मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी ली। इसके बाद ममता चंद्राकर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आगामी आदेश तक दुर्ग के संभागायुक्त को विश्वविद्यालय के कुलपति का दायित्व सौंपा गया है।
