बालोद. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक भाजपा पार्षद के दामाद पर महिला से छेड़छाड़ का अपराध दर्ज किया गया है। अपराध दर्ज कराने संजारी बालोद की विधायक को दिनभर थाने में बैठे रहने पड़ा। कांग्रेसियों का आरोप है कि पुलिस महिला की शिकायत के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी। क्षेत्रीय विधायक के थाना पहुंचने और थाने का घेराव करने का अल्टीमेटम देने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। वहीं पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच के बाद FIR दर्ज की गई है। केस दर्ज होने के बाद राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि एक एफआईआर भाजपा तो दूसरी एफआईआर कांग्रेस की तरफ से हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक बालोद जिले के गुरुर थाना में दिनभर एफआईआर को लेकर हंगामा होता रहा। विधायक संगीता सिन्हा करीब 5 घंटे तक थाने में थाना प्रभारी के कक्ष में बैठी रहीं। भाजपा पार्षद कुंती सिन्हा के दामाद अनुराग जैन द्वारा महिला से छेड़छाड़ के मामले में शिकायत के बाद भी पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी। इसी बात से नाराज़ क्षेत्रीय विधायक दोपहर से शाम तक थाने में ही बैठी रही। थाने के बाहर कांग्रेसियों का जमावड़ा था। बवाल बढ़ता देख गुरुर थाना पुलिस ने भाजपा पार्षद के दामाद अनुराग जैन के खिलाफ छेड़छाड़ सहित अन्य गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेसियों द्वारा थाना घेराव का अल्टीमेटम देने के बाद मामला दर्ज किया गया।
विधायक संगीता सिन्हा ने आरोप लगाया कि 12 जुलाई को महिला पार्षद के साथ हुई मारपीट के दौरान महिला पार्षद के दामाद ने एक महिला से छेड़छाड़ की थी। उसी छेड़छाड़ मामले में पीड़ित महिला की एफआईआर नहीं लिखी गई। कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने गुरुर थाना प्रभारी पर कई आरोप लगाए। वहीं गुरुर एसडीओपी ने कहा कि किसी भी शिकायत पर 14 दिनों तक जांच करने का प्रावधान होता है, इसलिए मामला लंबित था। महिला ने 19 जुलाई को ऑनलाइन शिकायत की थी। उसी दौरान पार्षद के दामाद अनुराग जैन द्वारा हाथ व बाह पकड़कर छेड़छाड़ की थी। बता दें कि संगीता सिन्हा के पति व पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा सहित अन्य 8 लोगों के खिलाफ महिला पार्षद से मारपीट मामले में गुरुर थाने में ही एफआईआर दर्ज किया गया है।