नई दिल्ली. एजेंसी। नरेंद्र मोदी ने नई सरकार के गठन के लिए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। चुनाव नतीजों में एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया। वहीं इंडिया गठबंधन ने भी 230 से ज्यादा सीटें हासिल की है। अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। दिल्ली में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर जारी है। राजनीतिक दलों के नेता एक्शन में आ चुके हैं। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि नरेंद्र मोदी 8 जून को शपथ ले सकते हैं।
बुधवार को दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में अब आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. साथ ही मंत्रिमंडल के गठन पर भी चर्चा संभव है। एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे। वहीं शाम को इंडिया गठबंधन की भी बैठक है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के आवास पर होगी। दरअसल इंडिया गठबंधन भी हर जोड़-तोड़ में लगा है, ताकि वो अपनी सरकार बनाने की हर संभावना पर विचार कर सके। NDA गठबंधन को स्पष्ट बहुमत है। ऐसे में इंडिया गठबंधन के सामने ज्यादा विकल्प मौजूद नहीं है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक की शुरुआत सुबह 11.30 बजे हुई, जिसमें चुनावी नतीजों की समीक्षा करने के साथ ही नई सरकार गठन की संभावित रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक मंत्रिमंडल ने मौजूदा लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की। इस पर गहन चर्चा के बाद ही PM मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे हैं। राष्ट्रपति के आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट भी किया गया है, जिसमें लिखा- “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया।”