चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से शहीद उधम सिंह को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने के सवाल पर कहा कि केंद्र सरकार से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। शहीद का दर्जा और राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट केंद्र सरकार कैसे दे सकता है। केंद्र सरकार क्या एनओसी देती है। कौन शहीद है और कौन नहीं… यह केंद्र कैसे तय कर सकता है। आज सीएम भगवंत मान शहीद-ए-आजम उधम सिंह की बरसी पर सुनाम पहुंचे और श्रद्धांजलि देने के बाद शहीदों के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह, बलिदानी करतार सिंह सराभा, बलिदानी उधम सिंह, राजगुरु, सुखदेव को केंद्र सरकार के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। इन शहीदों को भारत रत्न देंगे तो भारत का रुतबा बढ़ेगा। सारी दुनिया उन्हें दिल से शहीद मानती हैं। बलिदानी उधम सिंह की कुर्बानी को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उनकी कुर्बानी की बदौलत आज देश आजादी का आनंद ले रहा है। भगवंत मान ने कहा कि पाकिस्तान में शहीदों की कुछ निशानियां मौजूद हैं। इनमें भगत सिंह सहित अन्य शहीदों के फांसी के रस्से व कुछ अन्य निशानियां हैं। पाक में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। इन सभी निशानियों को भारत लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
भाजपा में शामिल हो गए सभी कांग्रेसी
सीएम भगवंत मान ने कहा कि मनप्रीत सिंह बादल पर पर्चा दर्ज किया गया है। मनप्रीत बादल उन्हें राजनीति में लेकर आए थे और आज भी वह वहीं हैं, लेकिन मनप्रीत बदल गए। मनप्रीत बादल कसमें खाकर भूल गए। कांग्रेस और भाजपा में शामिल हो गए। मनप्रीत बादल सबसे बड़े ड्रामेबाज है। उन्हें ऑस्कर अवॉर्ड मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो विरोधी पहले गालियां देते थे, अब भाजपा में चले गए हैं। सुनील जाखड़ पहले कांग्रेस के प्रधान थे, अब भारतीय जनता पार्टी के प्रधान बन गए हैं। सारे कांग्रेसी भाजपा में शामिल हो गए हैं।