भोपाल। मध्य प्रदेश में तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुरातन और श्रेष्ठ धर्म है। यह सृष्ठि की ताकत है। इसे समाप्त करने की सोचने वालों को समाप्त करना है। आगामी चुनाव बेहद महत्व वाले हैं। यह चुनाव कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान का नहीं…। भाजपा और कांग्रेस का नहीं। यह चुनाव सनातन धर्म के समर्थक और सनातन के विरोधियों के बीच है। हमें देखना है कौन जीतता है…। आप चिंता मत करिए हम ही जीतेंगे।
मध्य प्रदेश के सिवनी में पॉलिटेक्निक ग्राउंड पर श्री रामकथा का आयोजन हो रहा है। कथावाचक तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को निर्णयक चुनाव बताया है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में एक पक्ष को सनातन धर्मावली तो दूसरे पक्ष को सनातन विरोधी बताया है। आप सनातनी हैं, हिन्दू हैं तो सनातनी होने का प्रमाण दीजिये…। रामभद्राचार्य ने जनता से सनातन को मंच से जीताने का आह्वान भी किया। सनातन धर्म के 16 संस्कार का व्यापक महत्व बताते हुए रामभद्राचार्य ने कहा हिन्दू धर्म ही सनातन वैदिक धर्म है। हिन्दू वेद का शब्द है। सनातन के पांच प्राण हैं गीता, गायत्री, गाय, गंगा और गोविंद हैं।
‘मैं कोई वकालत नहीं कर रहा हूं’
रामभद्राचार्य ने कहा कि मैं फिर कह रहा हूं, कोई वकालत नहीं कर रहा हूं, सही कह रहा हूँ। इस बार हमें देखना है। दो पक्षों में लड़ाई हो रही है। एक ओर सनातन धर्मावली हम लोग हैं वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के विरोधी लोग हैं। मध्यप्रदेश वालों मैं फिर कह रहा हूं और खुलकर बोल रहा हूं। इस बार हमें अपने चुनाव में सनातन धर्मावली को ही जीतना है। इसके पहले स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा था कि गलत व्यक्ति का कभी साथ नहीं देना चाहिए।
‘भगवान श्रीराम झोपड़ी में क्यों रहे?’
स्वामी ने कहा कि राम कथा मेरे जीवन का आधार है। इस कथा के माध्यम से इस देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। जिस देश का गौरव भगवान श्रीराम हैं। वह किसी झोपड़ी में क्यों रहे। हमने भगवान श्रीराम की जन्मभूमि लंबी लड़ाई के बाद जीती है। भगवान राम की जीत हुई और यह मेरा सौभाग्य है कि इसमें मेरी भूमिका भी रही। आगामी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम अपने गर्भगृह में स्थापित होंगे और यह दिन हमारे लिए ऐतिहासिक होगा।