रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ से ज्यादा के शराब घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को बड़ा एक्शन लिया। इसी बीच कोंटा विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी के घरों पर ED ने छापा मारा था। पूर्व आबकारी मंत्री के मित्र के घर भी जांच टीम पहुंची। ईडी के छापों को लेकर पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि यह छापा राजनीति से प्रेरित है। विधानसभा में मैंने सरकार के खिलाफ बहुत से मामले उठाएं, इसलिए मेरे यहां छापा पड़ा है।
विधायक कवासी लखमा ने कहा कि मैं अनपढ़ हूं… अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। मुझको अंधेरे में रखा गया। मुझे इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ईडी के अफसरों को पूरी जानकारी दिया हूं। मेरी संपत्ति की पूरी जानकारी देने की बात कहा हूं। 2 जनवरी तक सम्पत्ति की जानकारी देने का समय दिया है। विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार के कामकाज का पूरा चिट्ठा विधानसभा में खोला। फर्जी टेंडर, फर्जी मुठभेड़ का मुद्दा उठाया, इसलिए ईडी को मेरी पीछे लगाया है। मैं डरने वाला नहीं हूं। बस्तर के लोगों के हित में आवाज उठाता रहूंगा। उन्होंने बताया कि ईडी की टीम ने कोई जबरदस्ती नहीं किया है। घोटाले का एक रुपये भी मेरे पास नहीं मिला है तो कैसा घोटाला।
बता दें कि ED की टीम ने कोंटा विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी के घर दबिश दी थी। इस दौरान ED ने सुकमा-कोंटा और रायपुर स्थित छापा मारा था। कवासी लखमा के मित्र सुनील ओझा के दफ्तर में भी ईडी ने जांच की थी। वहीं सुकमा के नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर भी दस्तावेज खंगाले गए थे। इस पूरी कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला था। वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव ने इस पूरे आरोप को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि सबूतों के आधार पर ईडी कार्रवाई कर रही है। छापा राजनीतिक से प्रेरित नहीं है।
मेरे घर से एक कागज का टुकड़ा नहीं मिला
पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने ED के एक्शन को बदले की कार्रवाई कहा है। उन्होंने कहा कि, उनका और उनके बेटे का मोबाइल ED के अफसर अपने साथ ले गए है। शनिवार रात आठ बजे तक ईडी की टीम घर पर थी, मेरे घर से एक कागज का टुकड़ा तक नहीं मिला है। बेड-बिस्तर, चूल्हा सभी जगह जांच किए। पूरा घर चेक किए लेकिन 100 रुपये भी नहीं मिला। कितना संपत्ति है पूछ रहे थे। मैंने जांच में पूरा सहयोग किया। ईडी के अफसरों ने दफ्तर भी बुलाया है।