रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के बाद एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। साय मंत्रिमंडल में दो नए मंत्री कौन से होंगे इस बात को लेकर लोगों के बीच में चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। कोई पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर का नाम तो कोई नवनिर्वाचित विधायक सुनील सोनी के नाम पर मुहर लगा रहा है। कोई पहली बार विधायक बने नेता को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की बात कह रहे हैं। इधर कांग्रेस का कहना है कि साय मंत्रिमंडल में खाली दो मंत्री पदों को लेकर भाजपा में अंतरकल मचा हुआ है। दिग्गज नेताओं को साइड लगाया जा रहा है।
दरअसल, यह पहले से अनुमान लगाया जा रहा था कि रायपुर दक्षिण के उपचुनाव के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में 13 सदस्य वाले कैबिनेट में फिलहाल 2 मंत्रियों की जगह खाली है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कार्यकाल को 1 वर्ष पूरे हो गए, लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का एक बार भी विस्तार नहीं किया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से पूछा गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। वे जिसे चाहेंगे, उसे मंत्री बनाएंगे। मुख्यमंत्री जब चाहेंगे मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा।
शीर्ष नेतृत्व दिग्गज नेताओं को साइड लगाने में लगा
इधर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने तंज कसते हुए कहा कि अजय चंद्राकर मंत्री बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि बृजमोहन भैया अपने खास सुनील सोनी को मंत्री बनवा देंगे। उप चुनाव में टिकट दिलवाया अब मंत्री भी बनवा देंगे। दीपक बैज ने कहा कि दो मंत्री पदों के लिए भाजपा में अंतरकलह मचा हुआ है। यही कारण है कि आज तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जा सका। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दिग्गज नेताओं को साइड लगाने में लगा हुआ है।
पद पाने दिग्गज नेताओं के दरबार में लगा रहे हाजिरी
बहरहाल, बात कुछ भी हो लेकिन सरकार के 1 साल कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद भी अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जाना कई प्रकार के सवालों को जन्म दे रहा है। इधर निगम, मंडल और आयोगों में पद पाने को लेकर कार्यकर्ता भी उत्साहित है। पद पाने कई नेता बड़े नेताओं के दरबार में हाजिरी भी लगा रहे हैं। अब देखना होगा कि रायपुर दक्षिण के उप चुनाव के बाद सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार करती है या फिर अब निकाय चुनाव का इंतजार किया जाएगा।