Vande Bharat Sleeper Train: नई दिल्ली. एजेंसी। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो चुकी है। मोदी 3.0 में सरकार का रेलवे के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान है। देशभर के कई रूट पर वंदे भारत चलाने के बाद अब रेल मंत्रालय वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पर खास रूप से फोकस कर रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अब जल्द ही पटरी पर दौड़ सकती है, इससे वेटिंग कम होगा। कार्यभार संभालने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में इस बात के संकेत दिए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे अगले दो महीने में वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल शुरू कर सकता है और ट्रायल पूरा होने के बाद इस ट्रेन का संचालन छह महीने के बाद शुरू किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को राजधानी के तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसमें यात्रियों को तमाम सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। रेल मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे पूरे देश में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का जाल बिछाना चाहता है और साल 2029 तक पूरे देश में 250 से अधिक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाए जाने का प्लान है।
किस रूट पर होगी वंदे भारत स्लीपर की शुरुआत
गौरतलब है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के रूट को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को दिल्ली-मुंबई या दिल्ली-कोलकाता रूट में चलाया जा सकता है। इस ट्रेन के कोचों का निर्माण आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 100 फीसदी स्वदेशी तकनीक से हो रहा है। इस ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जिसमें 11 थर्ड एसी, 4 कोच सेकंड एसी और 1 कोच फर्स्ट एसी की होगी।