रायपुर. न्यूजअप इंडिया
लोकसभा चुनाव का परिणाम आ गया है और केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार भी बन गई है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। इधर रायपुर लोकसभा सीट से भारी मार्जिन से जीत के बाद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अब कैबिनेट मंत्री और विधायक पद से जल्द इस्तीफा देंगे। इसी के साथ कैबिनेट में खाली हो रहे मंत्री पद के लिए दावेदारों के नाम की चर्चा भी शुरू हो गई है। मंत्री बनने के लिए कुछ विधायक जुगाड़ भी जमा रहे हैं।
सियासी गलियारों में हो रही चर्चाओं में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत के नाम हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री रह चुकीं रेणुका सिंह का नाम भी चर्चा में है। रायपुर से राजेश मूणत के साथ बिलासपुर से अमर अग्रवाल का नाम लिस्ट में सबसे आगे दिखाई दे रहा है, क्योंकि दोनों सामान्य वर्ग से आते हैं और दोनों रमन सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साथ ही रायपुर और बिलासपुर दोनों बड़ी जगह होने के कारण दोनों में से एक को पार्टी जिम्मेदारी दे सकती है। वहीं कुछ जानकार यह भी कहते हैं कि भाजपा का राष्ट्रीय संगठन नए विधायक को मौका देकर चौका भी सकती है।
क्या कहता है जातिगत समीकरण?
मंत्रियों की लिस्ट को देखें तो एससी कोटे से मंत्री दयालदास बघेल को पार्टी जिम्मेदारी दे चुकी है। वहीं एसटी कोटे से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ रामविचार नेताम और केदार कश्यप के नाम है। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग से डिप्टी CM अरुण साव (साहू समाज से), लक्ष्मी राजवाड़े, टंकराम वर्मा (कुर्मी समाज से) ओपी चौधरी (पटेल समाज से), श्याम बिहारी जायसवाल और लखनलाल देवांगन वर्तमान में मंत्री हैं। वहीं सामान्य वर्ग से डिप्टी सीएम विजय शर्मा और बृजमोहन अग्रवाल वर्तमान में मंत्री हैं। ऐसे में बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे देने के बाद हो सकता है कि किसी सामान्य वर्ग के ही विधायक को मंत्री पद मिल जाए।
टिकट के लिए जुगाड़ की राजनीति
भाजपा के कद्दावर नेता और रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल अब सांसद बन गए हैं। उनके इस्तीफा देने के बाद ये सीट खाली हो जाएगी। उन्हें 18 जून तक किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा। चर्चा है कि प्रदेश में साल के अंत में नगरीय निकाय के साथ-साथ विधानसभा उप चुनाव भी हो सकते हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने अभी एक पद छोड़ा नहीं है, लेकिन दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं। पूर्व पार्षद, पार्षद, पूर्व सांसद से लेकर संगठन के नेताओं तक जुगाड़ लगा रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह भी है कि बृजमोहन जिसे चाहेंगे उसे ही रायपुर दक्षिण से विधानसभा का टिकट मिलेगा।
‘पद और प्रतिष्ठा आने जाने वाली चीज’
11 जून को सांसद बृजमोहन अग्रवाल रायपुर लौट आए। एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। बृजमोहन अग्रवाल ने सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री नहीं बनाए जाने पर कहा कि मैं शुरू से कहता रहा हूं कि पद और प्रतिष्ठा आने जाने वाली चीज है, लेकिन जो कार्यकर्ता और जनता का प्यार और आशीर्वाद है, वह परमानेंट है। जिस दिन पार्टी का निर्देश होगा उस दिन विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी विकास उपाध्याय को करीब साढ़े 5 लाख वोटों के बड़े मार्जिन से हराया है।