चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए गए कथित विवादित बयान पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा नेताओं, साधु-संतों, सामाजिक संगठनों सहित कई लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं। इस बीच उदयनिधि ने सफाई देते हुए भगवा पार्टी के नेताओं पर उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया। खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है। हम किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं। इस मामले में वे सभी कानूनी मामलों का सामना करेंगे।
उदयनिधि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला बोला। कहा कि वह मणिपुर हिंसा पर सवालों का सामना करने से डरते हुए दुनियाभर में घूम रहे हैं। पिछले 9 वर्षों में भाजपा के सभी वादे खोखले हैं। उदयनिधि ने कहा कि वर्तमान में भाजपा सरकार के खिलाफ पूरा देश एकजुट होकर सवाल उठा रहा है। मोदी एंड कंपनी ध्यान भटकाने के लिए सनातन चाल का इस्तेमाल कर रही है। भाजपा नेताओं ने टीएनपीडब्ल्यूएए सम्मेलन में मेरे भाषण को ‘नरसंहार भड़काने’ वाला बता दिया। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि पिछले 9 साल से मोदी कुछ नहीं कर रहे हैं। वह कभी नोटबंदी करते हैं तो कभी झोपड़ियों को छिपाने की कोशिश करते हैं। इसके लिए वह रातोंरात दीवार बना देते हैं।
‘डीएमके सभी धर्मों का सम्मान करती है’
तमिलनाडु के द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम पार्टी के संस्थापक दिवगंत कांजीवरम नटराजन अन्नादुरै के राजनीतिक उत्तराधिकारियों में से एक उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि हर कोई जानता है कि हम किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं। मैं धर्मों पर अन्नादुरै की टिप्पणी उद्धृत करना चाहूंगा, जो आज भी प्रासंगिक है। यदि कोई धर्म लोगों को समानता की ओर ले जाता है और उन्हें भाईचारा सिखाता है, तब मैं भी एक अध्यात्मवादी हूं। उन्होंने कहा कि अगर कोई धर्म लोगों को जातियों के नाम पर बांटता है, उन्हें छुआछूत और गुलामी सिखाता है तब मैं धर्म का विरोध करने वाला पहला व्यक्ति होऊंगा। उन्होंने कहा कि डीएमके उन सभी धर्मों का सम्मान करती है जो सिखाते हैं कि सभी लोग समान हैं।