नई दिल्ली. एजेंसी। लोकसभा में बुधवार (13 दिसंबर) को उस समय हंगामा मच गया, जब दर्शक दीर्घा में बैठा अज्ञात शख्स कुर्सियों पर कूद गया। संसद के भीतर हुई इस घटना से लोकसभा में हंगामा मच गया। हालात तब और बिगड़ गए, जब आरोपी ने जूते से स्मोक कैंडल निकालकर वहां जला दिया। अनहोनी की आशंका से सांसदों में अफरा-तफरी का माहौल वहां बन गया। घटना के तुरंत बाद ही लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। विपक्षी सांसदों ने इस मामले में सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया है। दोनों को सांसदों ने पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया।
दरअसल, शीतकालीन सत्र नई संसद में चल रहा है। इस दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। इसके बाद भी आज संसद भवन में सुरक्षा की बड़ी चूक हुई है। सुरक्षाकर्मियों को चकमा देते हुए दर्शक दीर्घा से छलांग लगा दी और इन लोगों ने स्मोक कैंडल जलाई। इसके बाद पूरी लोकसभा में धुंआ-धुआं नजर आने लगा। हालांकि बाद में इन दोनों को हिरासत में ले लिया गया। इस घटना के बाद संसद के दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया। दोनों आरोपियों में से एक का नाम सागर है वहीं दूसरे के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों ने स्मोक कैंडल जूतों में छिपाकर लाए थे, जिसे स्प्रे कर दिया। उससे सुरक्षाकर्मियों को बारूद की गंध आई। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है।
सांसद मनोज कोटक ने युवक को पकड़ा
मुंबई उत्तर पूर्व से सांसद मनोज कोटक ने संसद में कूदने वाले को पकड़ा था, उसके बाद सुरक्षा कर्मी ने उसे क़ाबू किया। इस बीच, इसी तरह की एक घटना संसद के बाहर ट्रांसपोर्ट भवन के पास भी हुई, जहां 42 साल की महिला नीलन और 25 साल के अमोल शिंदे को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। ये लोग भी परिवहन भवन के बाहर पीले रंग की स्मोक कैंडल जला रहे थे। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, जब युवकों ने संसद के अंदर कनस्तरों से तीखी गंध वाली पीली गैस छोड़ी तो सांसद इन्हें पकड़ने के लिए दौड़े। एक शख्स कुछ नारे लगा रहा था।
यह डरावना अनुभव, सूरक्षा में बड़ी चूक
तृणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा कि यह डरावना अनुभव था। दो लोग अचानक सांसदों के बीच कुर्सी पर कूद गए। वे लगातार आगे बढ़ रहे थे। उनके हाथ में थोड़ी ही देर में धुएं की मशाल दिखने लगी। हम सभी लोग घबरा गए थे। वे लगातार आगे बढ़ रहे थे। बाद में सांसदों ने उन्हें पकड़कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले किया। वहीं, समाजवादी पार्टी के सांसद डिंपल यादव ने कहा, जो भी लोग यहां आते हैं, चाहे वे दर्शक हों या पत्रकार वे साथ में टैग नहीं रखते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा में बड़ी चूक है। लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था।